सालार मूवी ( Pabhash ki South movie) release date - Entertainment Edge 0.01 best ,all news movie

सालार मूवी ( Pabhash ki South movie) release date

 सालार मूवी ( Prabhas) Release date :

प्रशांत नील द्वारा निर्देशित एक्शन से भरपूर फिल्म सालार ने 2023 में अपने हाई आक्टेन सीक्वेंस और दमदार अभिनय से बॉक्स ऑफिस पर धमाका किया। प्रभास, श्रुति हासन और पृथ्वीराज सुकुमारन अभिनीत यह मास एंटरटेनर अपनी मनोरंजक कहानी , दमदार एक्शन और रवी बसरूर द्वारा विद्युतीकरण करने वाली  BGM के लिए जानी जाती है। अगर आपने इसे बड़े पर्दे पर मिस कर दिया है, या एड्रीनालाइन रस को फिर से महसूस करना चाहते हैं, तो इसे फिर से देखने का यह सही समय है।

21 मार्च 2025 को फिर से सिनेमाघर में रिलीज होगी;


सालार मूवी ( Pabhash ki South movie) की कहानी: 

सालार भाग 1–

‘सीजफायर ’ एक भारतीय तेलुगु भाषा की महाकाव्य नीयो– नोयर   एक्शन थ्रिलर फिल्म है। जिसका निर्देशन प्रशांत नील ने किया है , और इसे विजय  किरागंदूर ने निर्मित किया है। यह फिल्म 22 दिसंबर 2023 को सिनेमाघर में रिलीज हुई थी।

कहानी : 

कहानी दो दोस्तों की अटूट दोस्ती  की हैं, देव ( प्रभास ) और रुद्र (पृथ्वीराज सुकुमारन) किशोरावस्था में एक दूसरे के लिए अपनी जान की बाजी लगाने से भी गुरेज नहीं करते। यही वजह है कि जब कोई उनके दोस्त की तरफ टेढ़ी आंख भी करता है। तो यह  मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं।  इसी वजह से इन्हें बचपन एक –दूसरे से जुदा भी होना पड़ जाता है। अपने बेटे की जान बचाने के लिए मां (ईश्वरी राव) को एक जगह से दूसरी जगह पर छिप कर रहना पड़ता है। कहानी लिप के साथ आगे बढ़ती है, जहां 2017 में आद्या ( श्रुति हसन) का खकनार  समुदाय के लोगों द्वारा अपहरण कर दिया जाता है। आद्या को  ये नतीजा अपने पिता  कृष्णकांत के गलती के कारण भुगतना पड़ता है अब  आद्या की सुरक्षा की जिम्मेदारी देवा को सौंपी  गई है और उसे देव के घर उसकी मां के पास लाया जाता है देवा की मां इस पूरे प्रकरण से नावाकिप है। इंसाफ पसंद सुर –वीर देवा की प्रवृति को ध्यान में रखते हुए मां उसे कभी भी हथियार न उठाने की कसम देती है। मगर जब आद्या पर हमला होता है। तब वह अपने बेटे को कसम से आजाद कर देती हैं। दूसरी तरफ खूंखार और खून के प्यास खानकार समुदाय में सत्ता को लेकर अस्तित्व की जंग तेज हो जाती है। अंदरूनी राजनीति और षड्यंत्र के चलते रूदा को   खानकार का राजा का बेटा होने के बावजूद वो सम्मान और पद नहीं मिलता। इस साम्राज्य में अराजकता और अन्याय का बोलबाला है। ऐसी हालत में आमूल परिवर्तन और अपने अस्तित्व को बचाने के लिए रुद्रा देव को बुलावा भेजता है और उसके बाद खानकार के काले साम्राज्य में कोहराम और खून की नदियां बहने लगती है। क्या देवा अपने दोस्त के साथ-साथ वहां के प्रजा को न्याय दिला पाएगा। यह पूरी कहानी जानने के लिए आपको पूरी फिल्म और लेख पढ़ना होगा। 


‘सालार’ का रिव्यू:

निर्देशक प्रशांत नील कह चुके है उनकी सालार उनकी पिछली फिल्मों उग्रम और केजिएफ से प्रेरित है ,इसके बावजूद फिल्म को लेकर जो हाइप बना हुआ है ,उससे कुछ नए की उम्मीद स्वाभाविक थी मगर एक्शन के हैरतअंगेज खौफनाक डोज के अलावा फिल्म में ज्यादा कुछ नया नहीं है।एक बार फिर वे अपनी कहानी को डिस्टोपियन शहर के सांवले और सुरमई माहौल में सजाते है, जो किरदारों के साथ साथ सिक्वेंसेज की भयावहता को भी बढ़ाता है। इस रक्तरंजित कहानी को दिलचस्प बनाने के लिए वे खानकार समुदाय में 110 जनजातियों और कई कबीलों का वर्णन करते हैं। मगर इनसे कन्फ्यूज पैदा होता है। कहानी के कालखंड के रूप में 1917 से 2017 की टाइमलाइन दी गई है। प्रशांत ने कहानी में मां बेटे के इमोशन को जोड़ने का  भरसक प्रयास किया है। फिल्म का फर्स्ट हाफ स्लो है,और सेकंड हाफ में दिल दहला देने वाले एक्शन से भरपूर किरदार है।

कहानी की शुरुआत :

कहानी की शुरुआत  ख़ानसार  नामक शहर से होती है ,जिसे अलग अलग कबीले नियंत्रित करते है। खानसार में तीन प्रमुख गुट होते हैं।

1_ शौर्यंगा

2_ मन्नार

3– घनियार

इन तीनों गुटों के बीच लंबे समय से सत्ता की लड़ाई चल रही है शहर का राजकुमार वर्धराज मन्नार ( पृथ्वीराज सुकुमारन) अपने पिता राजा मन्नार की हत्या के बाद सत्ता हासिल करना चाहता है,लेकिन उसके दुश्मन उसे मारने की योजना बनाते है।


देवा और वर्धराज की दोस्ती : 


देवा ( प्रभास) वर्धराज बचपन के घनिष्ठ मित्र होते हैं।दोनों ने साथ में संघर्ष किया होता है,लेकिन परिस्थितियां उन्हें अलग कर देती है। वर्धराज जब खतरे में होता है, तब वह अपने दोस्त देवा से मदद मांगता है।

देवा अब एक आम आदमी की तरह जीवन बिता रहा होता है, लेकिन जब उसे अपने दोस्त की जान का खतरा पता चलता है ,तो वह ख़ानसार लौटने का फैसला करता है।


ख़ानसार में खून खराबा और बदला ;

देवा ख़ानसार आने के बाद वहां की राजनीति और गुटों के बीच की साजिशों में फस जाता है। धीरे धीरे वह अपने अतीत से जुड़े राजों से पर्दा उठाता है और अपने पुराने दुश्मनों से बदला लेना शुरू करता है।

फिल्म के क्लाइमैक्स में ,देवा और वर्धराज आमने सामने आ जाते है।और कहानी एक बड़े रहस्य के खुलासे के साथ खत्म होती है।जिससे यह संकेत मिलता है कि इसका सिक्वल ( Salasar : Part 2 ) और भी अधिक धमाकेदार होने वाला है ।


फिल्म की मुख्य थीम :

  • दोस्ती से दुश्मनी तक का सफर
  • सत्ता संघर्ष और बदला
  • एक्शन और पावरफुल डायलॉग्स
  • खानसार शहर का क्रूर शासन और राजनीति

फिल्म में प्रशांत नील ( केजीएफ फेम  ) की जबरजस्त डायरेक्शन देखने को मिलती है ,और प्रभास ने अपने दमदार एक्शन अवतार से फिल्म को और भी दमदार बना दिया है।

फिल्म सालार: पार्ट 1 ‘सीजफायर ’के मुख्य किरदार !

1– प्रभास( देवा /सालार) 

  • फिल्म के मुख्य नायक है।
  • वह एक शक्तिशाली और खतरनाक  योद्धा है,जो अपने दोस्त वर्धराज मन्नार की मदद के लिए खानसार लौटते है।
  • उनका किरदार दमदार एक्शन,  इमोशन और बदले की भावना से भरा हुआ है।

2– पृथ्वीराज सुकुमारन ( वर्द्धराज मन्नार) 

  • देवा के बचपन के दोस्त और खानसार के उत्तराधिकारी 
  • वह सत्ता की राजनीति में फस जाते है और दुश्मनों से घिरे रहते है।
  • अंत में वह और देवा आज दूसरे के खिलाफ खड़े हो जाते है।

3– श्रुति हासन ( अध्या) 

  • फिल्म की मुख्य महिला किरदार 
  • वह देवा की प्रेमिका के रूप में नजर आती है और कहानी में अहम भूमिका निभाती है।
  • उनका किरदार रहस्यमय और दिलचस्प है।

4– जगपति बाबू ( राजमन्नार ) 

  • वर्धराज के पिता और खानसार के पूर्व शासक ।
  • उनकी हत्या के बाद ख़नसार में सत्ता संघर्ष शुरू हो जाता है।

5– ईश्वरी राव( देवा की मां) 


  • देवा की मां, जी उनके संघर्ष और बदले की भावना को समझती है।
  • उनका किरदार  इमोशनल और मजबूत  है।

6– श्रिया रेड्डी 

  • फिल्म में शक्तिशाली महिला विलन के रूप में नजर आती है।
  • वह खानसार की राजनीति में अहम भूमिका निभाती है।

7– बॉबी  सिम्हा 

  • एक महत्वपूर्ण सहायक भूमिका में है।
  • उनका किरदार फिल्म में कई ट्विस्ट और टर्न लाता है।

 निष्कर्ष :

सीजफायर एक दमदार एक्शन थ्रिलर है,जिसमे दोस्ती राजनीति सत्ता संघर्ष और बदल की कहानी को बेहतरीन तरीके से पेश किया गया है।





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